क्या खत्म हो जाएगा 5 दिन का टेस्ट? ICC का प्लान सामने आया, देखिए कैसे बदलेगा क्रिकेट

क्रिकेट प्रेमियों, तैयार हो जाइए! टेस्ट क्रिकेट को सभी देशों के लिए ज़िंदा रखने के लिए, ICC 2027-29 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) से चार दिवसीय टेस्ट मैच लाने जा रहा है। लेकिन घबराइए नहीं – पांच दिन तक चलने वाले रोमांचक और ऐतिहासिक मैच पूरी तरह खत्म नहीं होंगे।

आखिर बदलाव क्यों? बात आती है न्याय और अस्तित्व बचाने पर। कल्पना कीजिए आप श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका या वेस्ट इंडीज के जोशीले क्रिकेट प्रशंसक हैं। आपकी टीम अक्सर लंबी टेस्ट सीरीज खेलने से कतराती है क्योंकि यह बहुत महंगा और समय लेने वाला होता है। जहां भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे दिग्गज साल में दर्जन भर या उससे ज्यादा टेस्ट खेलते हैं, वहीं छोटे देश कभी-कभी सिर्फ चार से छह टेस्ट ही खेल पाते हैं। यह बड़ा अंतर इन टीमों के लिए लगातार प्रतिस्पर्धा करना या बोर्ड के लिए खर्च वहन करना मुश्किल बना देता है। श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज जैसे खिलाड़ियों ने इस असंतुलन को सही ही उजागर किया है।

तो यह नया सिस्टम कैसे काम करेगा?

  1. चार दिवसीय टेस्ट कौन खेलेगा? मुख्य रूप से छोटे क्रिकेट राष्ट्रों (जैसे श्रीलंका, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, वेस्ट इंडीज, न्यूजीलैंड) से जुड़ी सीरीज। मकसद? टेस्ट मैच आयोजित करना सस्ता और आसान बनाना। इसका मतलब हो सकता है कि हम अंततः ज्यादा सीरीज देखेंगे या फिर तीन मैचों वाली सीरीज भी एक व्यावहारिक समय सीमा में (लगभग तीन हफ्तों के अंदर!) खेली जा सकेगी।
  2. पांच दिन के मैच कौन खेलेगा? क्रिकेट के तीन बड़े दिग्गज – भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड – अपने बड़े मुकाबलों में पांच दिवसीय टेस्ट खेलते रहेंगे। यानी द ऐशेज (इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया) का रोमांच, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया) की जंग और भारत बनाम इंग्लैंड की ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता अभी भी पूरे पांच दिनों तक चलेगी। बड़े मुकाबलों के लिए परंपरा बरकरार रहेगी।
  3. कम दिनों की भरपाई कैसे होगी? यह मत सोचिए कि चार दिन का टेस्ट मतलब कम क्रिकेट होगा! छूटे हुए एक दिन की भरपाई के लिए, टीमों को प्रतिदिन कम से कम 98 ओवर गेंदबाजी करनी होगी – जो पांच दिवसीय टेस्ट में वर्तमान में जरूरी 90 ओवरों से काफी ज्यादा है। तो तैयार रहिए एक्शन से भरे लंबे दिनों के लिए!
  4. यह बदलाव तुरंत नहीं आएगा: अगला WTC साइकिल (2025-27) हर जगह पारंपरिक पांच दिवसीय प्रारूप पर ही टिका रहेगा। चार दिवसीय टेस्ट का विकल्प उसके बाद वाले साइकिल में, यानी 2027 से शुरू होगा। आईसीसी ने इसकी पहले भी गैर-WTC मैचों (जैसे इंग्लैंड बनाम आयरलैंड और इंग्लैंड बनाम जिम्बाब्वे) में जांच-परख भी कर ली है।

निचली रेखा क्या है? यह टेस्ट क्रिकेट को कमतर आंकने के बारे में नहीं है। यह एक व्यावहारिक कदम है, शायद जरूरी भी, ताकि यह प्रारूप दुनिया भर में फल-फूल सके। वित्तीय तंगी झेल रहे बोर्डों को एक अधिक प्रबंधनीय विकल्प देकर, ICC को उम्मीद है कि हम ज़्यादा टीमों के बीच ज़्यादा टेस्ट मैच देखेंगे। इससे टेस्ट क्रिकेट की भावना सिर्फ कुछ देशों में ही नहीं, बल्कि हर जगह के प्रशंसकों के लिए जीवित रहेगी। यह टेस्ट क्रिकेट के प्रति प्यार को बांटने और हर देश को इसे खेलने का एक उचित मौका देने के बारे में है।

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